सदस्य विधान परिषद आशुतोष सिन्हा ने शासन में प्रदेश के प्रबंधकों की उठाई समस्या

प्रभात उजाला नेटवर्क………..

प्रदेश के प्रबंधकों के साथ हो रहा भेदभाव व उत्पीड़न:

प्रबंधकों ने अपने विद्यालय की मान्यता शासन को वापस करने का मन बनाया:

मछलीशहर , जौनपुर । सदस्य विधान परिषद आशुतोष सिन्हा ने शासन में प्रदेश के प्रबंधकों की समस्या उठाई।प्रदेश के प्रबंधकों के साथ भेदभाव व उत्पीड़न हो रहा है। ऐसी स्थिति में प्रबंधकों ने अपने विद्यालय की मान्यता शासन को वापस करने का मन बनाया है जो चिंतनीय है।
बताया जाता है कि प्रदेश के प्रबंधकगण अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय प्रबंधक सभा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश नेतृत्व के माध्यम से बैठक कर शासन स्तर पर प्रदेश के प्रबंधकों की समस्याओं के संदर्भ में कई बार आवाज लगातार बुलंद कर रहे है।इन्हीं समस्याओं को संज्ञान में लेकर सदस्य विधान परिषद आशुतोष सिन्हा ने प्रमुख सचिव विधान परिषद को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि शासन व माध्यमिक शिक्षा विभाग की निरंकुशता अलंकार योजना की प्रबंध समिति विरोधी प्रावधान,कामर्शियल दर पर बिजली पानी की उपलब्धता,लिपिकों व परिचारकों की नियुक्ति की जटिल प्रक्रिया ,विद्यालयों के जर्जर भवन की स्थिति जैसी समस्याओं एवं अनेक विसंगतियों से प्रदेश के असासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के प्रबंधक गण भारी मन से अपने विद्यालयों की मान्यता शासन को वापस करने का मन बना चुके हैं।

यदि प्रबंध समितियों के हित में समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए तो शासन जिम्मेदार होगा।वहीं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय प्रबंधक महासभा जौनपुर के जिलाध्यक्ष डा.विनय कुमार सिंह ने सदस्य विधान परिषद आशुतोष सिन्हा की मांग का स्वागत करते हुए कि या तो शासन प्रबंधकों के वर्ष 1971 के अधिकार बहाल करे अन्यथा शासन अपनी मान्यता वापस कर हमारी भूमि,भवन को मुक्त कर दे।जिसमें प्राईवेट संस्था का संचालन किया जाय।जिसमें प्रबंधक का एकाधिकार रह सके।

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