अदृश्य क्रिमिनल बीकेडी को एक दशक से तलाश रही पुलिस

प्रभात उजाला नेटवर्क……………

बहुचर्चित राजनाथ यादव हत्याकांड का है प्रमुख आरोपित

मुखबिर होने के शक पर रिटायर्ड शिक्षक को किया था छलनी

लम्बे समय तक सादात व बहरियाबाद क्षेत्र में काटा हैं फरारी

कई शरणदाताओं केे लोकेशन को लगातार ट्रेस कर रही पुलिस

मनीष सिंह

गाजीपुर । यूपी पुलिस की टॉपटेन लिस्ट में शामिल एक लाख का इनामी अदृश्य क्रिमिनल इंद्रदेव सिंह उर्फ ‘बीकेडी’ गाजीपुर जिले के खानपुर थाने का भी मोस्ट वांटेड है। मुखबिरी के शक पर इसने और इसके दो अन्य साथियों ने मिलकर एक एक रिटायर्ड शिक्षक की बेरहमी से हत्या कर दी थी। तबसे आज तक ऑल यूपी की पुलिस के साथ गाजीपुर की पुलिस भी बीकेडी के पीछे पड़ी हुई है, लेकिन आज तक उसके परछाई को भी पुलिस टच नही ंकर पाई। ऐसा नहीं है कि रिटायर्ड शिक्षक की हत्या के मामले में बीकेडी का नाम सामने आने के बाद यहां की पुलिस ने उस तक पहुंचने का प्रयास नहीं किया, लेकिन गाजीपुर पुलिस का हर प्रयास विफल साबित रहा।

घटना पर एक नजर

खानपुर थाना क्षेत्र के इचवन-नेवादा गांव निवासी रिटायर्ड शिक्षक राजनाथ यादव की 11 मई 2014 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना की रात राजनाथ अपने घर के बाहर चारपाई बिछाकर सोया हुआ था। इस मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने नामवर यादव समेत प्रमोद उर्फ करिया के खिलाफ नामजद और दो अज्ञात बदमाशों पर मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में पुलिस ने नामवर यादव और प्रमोद उर्फ करिया को पकड़कर जेल भेज दिया था।

मुखबिरी के शक में हुई थी हत्या

पुलिस विभाग से जुड़े सूत्रों की माने तो रिटायर्ड शिक्षक राजनाथ यादव की हत्या मुखबिरी के शक पर हुई थी। घटना को अंजाम देने वाले लोगों को यह जानकारी मिली थी कि उनके खिलाफ राजनाथ यादव पुलिस का मुखबिर बन गया है। इसी शक पर राजनाथ की हत्या हुई थी।

विवेचना में बीकेडी व बनारसी यादव का नाम आया सामने

बहुचर्चित राजनाथ यादव हत्याकांड में दौरान विवेचना तत्कालीन विवेचक राजीव कुमार मिश्रा ने 19 नवम्बर 2014 को बीकेडी व बनारसी यादव का नाम प्रकाश में लाया था। बनारसी यादव भी खानपुर थाना क्षेत्र का रहने वाले टॉप अपराधियों में से एक है। विवेचना में नाम आने के बाद से पुलिस इन दोनों बदमाशों की तलाश में जुट गई।

बीकेडी के घर हो चुकी है कुर्की की कार्रवाई

राजनाथ यादव मर्डर केस में खानपुर थाने के तत्कालीन एसओ दिलीप सिंह ने 24 जनवरी 2018 को बीकेडी के पैतृक गांव धरौहरा थाना चौबेपुर जिला वाराणसी में उसके घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कराई थी। वर्तमान में सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर हो चुके दिलीप सिंह ने मोबाइल पर हुई वार्ता के दौरान बताया कि जब नोटिस चस्पा कराने गये थे तो वहां बीकेडी के घर पर कोई नहीं मिला। पास-पड़ोस के लोगों ने बताया था कि इस घर में वर्षो से कोई नहीं रहता है। घर के अंदर एक भी सामान नहीं मौजूद था।

मोस्ट वांटेड बीकेडी का शरण स्थलीय रहा है गाजीपुर

अपराध जगत से जुड़े सूत्रों के अनुसार फरारी के दौरान बीकेडी लम्बे समय तक गाजीपुर जिले में ही अलग-अलग ठिकानों पर छिपकर रहा है। इसमें प्रमुख रुप से सादात और बहरियाबाद थाना क्षेत्र है, जिसके इन गांवों मिरजापुर, कनेरी समेत गौरा व शिशुआपार व डोरा में बीकेडी ने लम्बे समय तक फरारी काटा है।

शरणदाताओं की लिस्ट बनाने में जुटी पुलिस

यूपी के टॉपटेन अपराधियों की शुमार में शामिल बीकेडी के शरणदाताओं पर भी पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बीकेडी के करीब तक पहुंचने के लिए अब पुलिस व एसडीएफ उनके करीबी रहे शरणदाताओं के लोकेशन को ट्रेस करने में जुटी है। इसके लिए बीकेडी के शरदाताओं की लिस्ट तैयार की जा रही है।

शरणदाताओं के पास से मिल सकती है बीकेडी की फोटो

अपराध जगत से जुड़े सूत्रों की माने तो बीकेडी की तत्कालीन फोटो उसके कई खास शरणदाताओं के पास से मिल सकती है। यदि पुलिस ने उसके कुछ खास चिन्ह्नित शरणदाताओं से कड़ाई के साथ पूछताछ करें तो बीकेडी की तस्वीर प्राप्त की जा सकती है।

तो क्या! बीकेडी के सिर का बाल आगे से झड़ा है

बीकेडी की कोई फोटो वर्तमान में पुलिस के पास नहीं है। उसके शारीरिक ढंाचे के बारे में पुलिस को थोड़ा बहुत जो पता चला है उसके अनुसार बीकेडी के सिर के बाल की काफी हिस्सा आगे से झड़ा हुआ है। उसकी लम्बाई करीब 5 फिट 8 इंच है। शरीर काफी तगड़ा और चेहरे पर फैसनेबल मूंछ है। इसी के आधार पर जो उसका स्कैच तैयार हुआ है उसके माध्यम से पुलिस उसतक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

वर्जन

पूरे यूपी पुलिस के लिए बीकेडी मोस्ट वांटेड है। मेरे जिले में भी उसपर हत्या का मुकदमा है। इस मुकदमे में वर्ष 2014 से उसकी तलाश चल रही है, लेकिन अब तक वह पकड़ में नहीं आया। टीम लगातार उसकी तलाश में लगी रहती है। उसके शरणदाताओं के बारे में भी पता किया जा रहा है।

ओमवीर सिंह- पुलिस अधीक्षक

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