प्रभात उजाला नेटवर्क………….
भारत विश्व का हृदय है इस देश को दिशाहीन करने का कितना भी प्रयास किया जाए किंतु भारत दिशाहीन नहीं हो सकता
प्रयागराज । माघ मेला क्षेत्र के सेक्टर 3 में अखिल भारतीय धर्म संघ के आग्रह पर संत अधिवेशन में पहुंचे गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि राजनीति का मतलब राजधर्म है न की राजनीति का मतलब उन्माद. आज लोकतंत्र के नाम पर उन्माद पल रहा है. उन्होंने भारत की वैदिक परंपरा ज्ञान के महत्व को बताते हुए कहा कि आज के आधुनिक विज्ञान को भी दिशा देने की क्षमता सनातन वैदिक सिद्धांत में है. सनातन धर्म विजयी था है और रहेगा. इतनी आसानी से कोई इस धर्म को क्षति नहीं पहुंचा सकता. उन्होंने कहा कि संत समाज सनातन मान बिंदुओं की रक्षा शिक्षा एवं हिंदुओं को जागृत करने के लिए खुलकर आगे आए।
स्वामी निर्विकल्पानंद ने कहा की पुरी के शंकराचार्य को पाकर पूरा भारत धन्य है. महापुरुषों के चरणों में शरणागति से ही जीवन का कल्याण होता है. इस अवसर स्वामी सर्वेश्वरानंद महाराज, ऋषिकेश ब्रम्हचारी, प्रफुल्ल चैतन्य ब्रम्हचारी, त्यागी महाराज, राजेश चैतन्य ब्रम्हचारी, नरेंद्र देव तिवारी, विवेक मिश्रा, दीपक शुक्ला, डॉ दिव्यकांत त्रिपाठी, जीतेश तिवारी, बसंत तिवारी, आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।