प्रभात उजाला नेटवर्क…………..
प्रयागराज । गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि भारत विवेकी लोगों का देश है यहां साहस धैर्य विवेक से काम लिया जाता है किंतु चीन पाकिस्तान सहित अन्य पड़ोसी देश या विश्व भारत के विवेक एवं धैर्य की परिक्षा न लें यही उनके हित में होगा क्योंकि भारत यदि अपने पर आ गया तो पड़ोसियों को मुंह की खानी पड़ेगी. शंकराचार्य माघ मेला क्षेत्र के सेक्टर 3 त्रिवेणी मार्ग स्थित अपने शिविर में भक्तों को संबोधित कर रहे थे. परिवार एवं समाज से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि संयुक्त परिवार का टूटना चिंताजनक व देश और समाज के लिए शुभ नहीं. आज आधुनिक विकास के नाम पर वन क्षेत्र का विलोप होने से वनवासी विलोप हो रहे हैं महानगर बसाने के नाम पर पृथ्वी की मौलिक संरचना नष्ट की जा रही है ।
हिंदू राष्ट्र अभियान में जिसे सहयोगी बनना होगा वो बनेगा और भारत हिन्दू राष्ट्र होकर रहेगा. समाज और खुद के कल्याण के लिए युवा धर्म पालन के साथ साथ जीवकोपार्जन के लिए भी परिश्रम करें और धर्मानुकूल धनोपार्जन की ओर बढ़ें. सनातन धर्म की रक्षा के लिए तैयार रहना होगा. शंकराचार्य ने कहा कि मृत्यु के समीप पहुंचे मनुष्य को भगवन नाम का स्मरण करते रहना चाहिए उसी में जीव का कल्याण है।
उन्होंने विद्यार्थियों के लिए कहा कि नियम संयम एवं स्वस्थ मनोरंजन के साथ अध्ययन करना चाहिए. इस अवसर पर ऋषिकेश ब्रम्हचारी, प्रफुल्ल चैतन्य ब्रम्हचारी , राजेश चैतन्य ब्रम्हचारी, त्यागी महराज, सुरेश सिंह, बीपी सिंह, राजीव मिश्र राणा, नरेंद्र देव तिवारी, विवेक मिश्रा, डॉ दिव्यकांत त्रिपाठी, नवीन शुक्ला, दीपक शुक्ला विजय दीक्षित, आयुष सिंह आदि उपस्थित रहे।